आज
के इस
युग में
सोशल मीडिया
के विभिन्न प्लैटफॉर्म्स
मौजूद हैं
जिसके द्वारा
आप अपने
विचार लोगों
तक पहुंचा
सकते हैं
वो भी
बहुत आसानी
और तीव्रता
से। जितना
समय हमें
कोई पोस्ट
टाइप करने
में नहीं
लगता उस
से आधे
से भी
कम समय
में वो
ढेरों लोगों
के द्वारा
पढ़ लिया
जाता है।
इसी के
साथ फेसबुक
और इंस्टाग्राम
जैसे पोर्टल्स
के माध्यम
से आप
लाइव जा
कर भी
अपनी बात
लोगों के
समक्ष रख
सकते हैं।
हालांकि मैं
बहुत कैमरा
कौंशस
हूँ,
सेलफ़ीस अपलोड
करना अलग
बात है
पर खुद
अपना विडियो
रिकॉर्ड करना
या लाइव
जा कर
सीधा इंटेरेक्शन
करना अलग
बात। इस
कारण बड़ी
हिम्मत जुटा
कर कल
रात मैंने
फेसबुक पर
लाइव जाते
हुए अपनी
एक रचना
पोस्ट की।
समय की
बालिहारी कहिए
या जो
भी पर
वो विडियो
मुझे बहुत
जल्दी ही
डिलीट करना
पड़ा। क्यूंकी
मेरी बड़ी
बहन जिसने
वो पूरा
देखा भी
नहीं था
उसने भड़भड़ाते
हुए मुझे
फोन किया
और वो
लाइव विडियो
हटाने के
लिए ज़ोर
डाला। मैं
वो विडियो
हटाना नहीं
चाहती थी
पर उसकी
बात का
मान रखना
भी ज़रूरी
था। उसे
डर था
कि उस
लाइव फुटेज
को देखने
के बाद
मुझे ट्रोल
किया जा
सकता है
और संभावित
अपशब्दों और
अभद्रता को
शायद मैं
सहन ना
कर पाऊँ।
फिर भी मैं चाहती हूँ कि मैं उस विडियो के
कंटैंट को आपसे साझा करूँ इसलिए इस लेख के माध्यम से ऐसा कर रही हूँ। मैंने एक
कविता का पाठ किया था जिसका शीर्षक है “तो Anti
National हैं आप”। हालांकि
इस टैग लाइन पर पहले भी काफी कुछ लिखा जा
चुका है पर फिर भी मैं अपने कुछ शब्द/विचार/अनुभव आप तक पहुंचाना चाहती हूँ।
“अगर
आप मोदी
समर्थक नहीं
हैं,
तो Anti
National हैं आप
अगर आप
Zee
News,
Republic
और Times
Now
नहीं देखते,
तो Anti National हैं आप
अगर आप Scroll,
The
Quint,
The
Wire,
The
Logical
Indian
और Dhruv
Rathee
जैसे लिंक्स फॉलो करते हैं,
तो शर्तिया Anti National हैं
आप
अगर आप झूठे वीडियोज़ का पर्दाफाश
कर सकते हैं
तो Anti National हैं आप
अगर आप स्वतंत्र सोच और खुले
विचारों वाले व्यक्ति हैं
तो Anti National हैं आप
अगर आप धर्मांध नहीं हैं और धर्म
पर खोज करने की क्षमता और विवेक रखते हैं
तो Anti National हैं आप
अगर हर रोज़ आपको पाकिस्तान का वीज़ा
मुफ़्त बांटा जाता है
तो बिना किसी शक के Anti National हैं
आप
अगर आप सांप्रदायिकता के बजाए
सेकुलरिस्म में यकीन रखते हैं (“Intellectuals
and seculars must be shot”)
तो भाई Anti National हैं
आप
अगर आप RSS
की विचारधारा को नहीं मानते
तो Anti National हैं आप
अगर आप सच और झूठ में फर्क करना
जानते हैं
तो Anti National हैं आप
अगर आपके दिमाग में ‘गोबर’
की जगह ‘ज्ञान’
भरा है
तो Anti National हैं आप
अगर आपके लिए गाय के साथ-साथ मानव
और मानवता भी ज़रूरी है
तो Anti National हैं आप
अगर आप बलात्कारियों और भीड़ तंत्र
के खिलाफ आवाज़ उठाते हैं
तो Anti National हैं आप
अगर
आप भ्रष्ट और अपराधी ‘भाजपा’
नेताओं के नाम लें
तो Anti National हैं आप
अगर आप न्यूज़ रूम में हुए स्क्रिपटिड
ड्रामे को सच नहीं मानते
तो Anti National हैं आप
अगर आप fact
और fiction
में फर्क कर सकते हैं
तो
Anti National हैं
आप
अगर आप एक fictional
character
पर बनी किसी फिल्म का विरोध नहीं करते
तो Anti National हैं आप
अगर आप यकीन नहीं करते कि मोदी युग
से पहले civilization
यानी सभ्यता थी ही नहीं
तो चुल्लू भर पानी में डूब मारिए
क्यूंकी Anti
National हैं आप
अगर आप पिछले 70 सालों में जो हुआ
और जो नहीं हुआ उस सबका ब्योरा दे सकने की क्षमता रखते हैं
तो Anti National हैं आप
अगर आप वर्तमान सरकार की निष्फलता
और निष्क्रियता का जिम्मा इतिहास में घटी किसी घटना पर नहीं मढ़ सकते
तो Anti National हैं आप
भले ही आप मुक्त भारत में पैदा हुए
हों और ‘इमरजेंसी’
का ‘इ’
भी ना समझते हों,
पर लौह महिला को गरिया नहीं सकते
तो Anti National हैं आप
और ये सिलसिला बहुत लंबा है,
इन शॉर्ट ये सारे अवगुण मुझमें हैं और ऐसे Anti
National हूँ मैं।
मुझे
लगभग हर महीने में एक-दो बार पाकिस्तान चले जाने की राय या कहें धम्की दी जाती है,
अरे
भाई,
मोदी जी का कोई स्पेशल पैक्ट है क्या पाकिस्तान से कि यहाँ के सारे Anti Nationals
वहाँ भेज दिये जाएंगे।
मेरी
राष्ट्रियता पर सवाल उठाने वालों,
कौन हो तुम?
तुम्हारा वजूद क्या है?
अपने
गिरेबान में झाँको और देखो,
कि तुम्हारे दिमाग के कंप्यूटर के मदरबोर्ड को इस fake nationality
के वाइरस ने ¾
तक खा लिया है और जो बचा हुआ ¼
अब भी है तुम्हारे पास उसे सहेजो।
Data
corrupted
है तुम्हारा,
इसे Rebooting
की ज़रूरत है।